हमारे बिन न होगा उनका गुजर थोड़ी सी हल्दी से पीला होना, हमारे बिन न होगा उनका गुजर थोड़ी सी हल्दी से पीला होना,
देखो फ़िर लौट आया है सावन का उल्लास। देखो फ़िर लौट आया है सावन का उल्लास।
स्मृतियों के झरोखों से, जब यादों का सैलाब आता है, खो सी जाती हूँ, मैं सुनहरी यादों मे स्मृतियों के झरोखों से, जब यादों का सैलाब आता है, खो सी जाती हूँ, मैं सुनह...
सर्द मौसम में तेरी यादों का अलाव जलाकर, नीले पड़ते ख़वाबो को गरमाहट देती हूँ। सर्द मौसम में तेरी यादों का अलाव जलाकर, नीले पड़ते ख़वाबो को ...
पुरानी हैं ,पर सुन्दर हैं जब भी खोलती हूँ ये यादों का पिटारा बह जाती हूँ नदिया की पुरानी हैं ,पर सुन्दर हैं जब भी खोलती हूँ ये यादों का पिटारा बह जाती ...
क्या नाराज़ है हमसे जो हमे देखता नहीं क्या नाराज़ है हमसे जो हमे देखता नहीं